मुनव्वर राणा के हालिया बयान पर देश के जाने माने कवि एवं लेखक डॉ कुमार विश्वास ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. हाल ही में विवादित बयानों के कारण चर्चा में रहने वाले शायर मुनव्वर राणा ने फ्रांस में हुए आतंकी हमले को जायज ठहराया था. मुनव्वर राणा ने कहा था कि,“कोई ऐसा गंदा कार्टून मां-बाप का बना देगा तो हम उसको मार देंगे”
फ्रांस में हुए आतंकी हमले को मुनव्वर राणा द्वारा जायज ठहराए जाने पर डॉ कुमार विश्वास ने ट्वीट करके लिखा कि,
‘नर्म अल्फ़ाज़ भली बातें मोहज़्ज़ब लहजे, पहली बारिश ही में ये रंग उतर जाते हैं..!
नर्म अल्फ़ाज़ भली बातें मोहज़्ज़ब लहजे,
पहली बारिश ही में ये रंग उतर जाते हैं..!👎@Javedakhtarjadu https://t.co/WV7G2erOwN— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) November 1, 2020
कुमार विश्वास ने शायरी के अंदाज में ही मुनव्वर राणा को जवाब दिया और कहा कि जो बनावटी आवरण उन्होंने सालों से ओढ़ रखा था, वह पहली ही बारिश में उतर गया.
आपको बता दें कि फ्रांस में एक शिक्षक द्वारा कक्षा में एक कार्टून दिखाए जाने के कारण शिक्षक की गला काट कर हत्या कर दी गई थी. जिसके बाद से ही फ्रांस के राष्ट्रपति ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ी जंग छेड़ने का ऐलान कर दिया. जिस कार्टून को दिखाने पर शिक्षक की हत्या हुई थी, उन्ही कार्टूनों को फ्रांस सरकार की इमारतों पर प्रोजेक्टर द्वारा दिखाया गया. साथ ही फ्रेंच राष्ट्रपति ने ये भी कहा की हम अपने मूल्यों से समझौता नहीं करेंगे. भारत सरकार ने भी बयान जारी करके फ्रांस सरकार द्वारा आतंकवाद के खिलाफ लड़ी जाने वाली जंग में साथ होने का भरोसा दिया.
आपको बता दें फ्रांस भारत का महत्वपूर्ण एवं विश्वसनीय रक्षा साझेदार देश है. भारत और फ्रांस की यह साझेदारी दशकों पुरानी है. भारत और फ्रांस के रिश्ते कितने मजबूत और पुराने है, इस बात का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते है, कि जब अटल बिहारी वाजपेयी जी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने परमाणु विस्फोट किया था, तब पूरी दुनिया भारत के खिलाफ खड़ी हो गयी थी. अमेरिका के राष्ट्रपति क्लिंटन ने तो प्रेस वार्ता करके भारत द्वारा किये गए परमाणु विस्फोट की निंदा की थी. साथ ही भारत पर कड़े आर्थिक प्रतिबन्ध भी लगाये थे. लेकिन उस समय एकलौता देश फ्रांस ही था जिसने खुलकर भारत का समर्थन किया था. यही नहीं फ्रांस संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी सीट का भी खुलकर समर्थन करता है.
मुनव्वर राणा ने न्यूज़ चैनल आज तक से बात करते हुए कहा कि मजहब एक खतरनाक खेल है और इंसानों को इससे दूर रहना चाहिए फ्रांस के जिस शिक्षक की हत्या हुई उसके संबंध में मुनव्वर राणा ने कहा कि शिक्षक का काम पढ़ाना है. वह मोहम्मद साहब का कार्टून बनाकर क्यों दिखाएगा उसे तो सिर्फ मोहम्मद साहब से दिक्कत है.