बिना अनुमति के दाढ़ी रखने की वजह से उत्तर प्रदेश पुलिस में एस आई इंतसार अली को पुलिस अधीक्षक ने सस्पेंड कर दिया है . सब इंस्पेक्टर इंतसार अली ने बिना अनुमति लिए लम्बे समय से दाढ़ी बढ़ा रखी थी .
पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने मीडिया से बताया की पुलिस नियमावली के दिशा निर्देशों के अनुसार सिर्फ सिख समुदाय के पुलिस कर्मियों को ही छूट दी जा सकती है . उन्होंने बताया की इस सम्बन्ध में पुलिस कर्मी को कई बार चेतावनी देने के बाद ही कारवाही की गयी है|
SI इन्तसार अली के Suspend होते ही ट्विटर पर लोग SI इन्तसार अली को चुटीले अंदाज में चिढ़ा रहे है |
जनार्दन मिश्रा ने लिखा –
योगी महाराज की जय हो…
बागपत में बिना अनुमति दाढ़ी रखने पर एक दरोगा इंतसार अली को निलंबित कर दिया गया है…
SP ने तीन बार इन्हें हिदायत दी थी लेकिन ये अपनी हरकत से बाज नही आये..
😍💐🙏#योगी56इंच— Janardan Mishra (@janardanmis) October 22, 2020
गौरव सिंह इंतसार अली को तंज कसते हुए लिखते हैं –
जो लोग इन्तसार अली पर हुई कार्रवाई को हिंदू-मुस्लिम एंगल देने पर आमादा हैं वो पुलिस के ड्रेस मैनुअल कोड को अच्छे से पढ़ लें। इस्लाम में दाढ़ी सुन्नत है अनिवार्य नहीं.. अगर दाढ़ी रखनी ही है तो अनुमति ले लीजिए। पुलिस और सेना अनुशासन से चलते हैं।
— Gaurav Singh (@GauravSingh4487) October 22, 2020
हालाकिं सस्पेंड होने के बाद दारोगा इंतसार अली दाढ़ी कटवा कर शनिवार 24 अक्टूबर को एस पी दफ्तर पहुंचे. उसके बाद SP बाघपत ने दरोगा इन्तसार अली का सस्पेंसन रद्द करके पुनः बहाल कर दिया और इसकी जानकारी बाघपत पुलिस के ट्विटर हैडल के माध्यम से ट्वीट करके दी गयी.
@CMOfficeUP @myogioffice @Uppolice @dgpup @adgzonemeerut @igrangemeerut #UPPolice #baghpatpolice ‘‘दाढ़ी’’ काटकर निर्देशों का पालन करने के उपरान्त उपनिरीक्षक इन्तसार अली को पुलिस अधीक्षक बागपत द्वारा निलंबन से बहाल किया गया। pic.twitter.com/FQXHIcwHNY
— Baghpat Police (@baghpatpolice) October 24, 2020
वहीँ दरोगा ने अपना पक्ष रखते हुए बताया की वह कई बार SP के पास और IG के पास दाढ़ी रखने के लिए अनुमति पत्र मांगने के लिए पहुंचा लेकिन एक वर्ष तक उसकी मांग पर कोई विचार नहीं किया गया.हालाकिं दरोगा ने दाढ़ी कटवा कर SP ऑफिस में हाजिरी लगा दी है और आगे से नियमो का पालन करने की बात भी कही है.
इस मामले में देवबंदी उलेमा का भी बयान आया की इंतसार अली को दाढ़ी कटवाने के बजाय नौकरी छोड़ देनी चाहिए, उलेमा ने आगे कहा की जब भी शरियत या सुन्नत को बचाने की बात आये तो नौकरी छोड़ देनी चाहिए. दाढ़ी न रखना शरियत के हिसाब से जुर्म है, और दाढ़ी रख कर कटवा देना उससे भी बड़ा जुर्म है. उलेमा ने कहा की दरोगा इंतसार अली ने शरियत के हिसाब से बहुत बड़ा जुर्म किया है.
Dadi hi rakhane Ka sok h to ritayr hojao bhaya koi kuch nhi bolega aap ko Jo kanun h wo to manna pdega